भूटान में आयोजित हुआ अंतरराष्ट्रीय कांफ्रेंस-न्यूज रिपोर्ट

आयुष दर्पण फाउंडेशन देहरादून एवं विश्व आयुर्वेद परिषद नेपाल द्वारा संयुक्त रूप से भूटान की राजधानी थिंपू में 11 जुलाई 2019 को एक अंतरराष्ट्रीय संभाषा (कांफ्रेंस) का आयोजन हुआ इस कांफ्रेंस का थीम “दक्षिण एशिया के देशों के बीच टूरिज्म को बढ़ाने में आयुष चिकित्सा पद्धतियों के योगदान” था ,संभाषा को इंटरनेशनल बोर्ड आफ मेडिसिन एंड सर्जरी फ्लोरिडा अमेरिका से एक्रेडिटेशन प्राप्त था, उक्त अंतराष्ट्रीय कांफ्रेंस में भारत, नेपाल भूटान सहित अमेरिका के प्रतिभागियों ने भाग लिया ।कांफ्रेंस में भूटान के इंस्टीट्यूट आफ ट्रेडिशनल मेडिसिन के चिकित्सक शामिल हुए। सभा को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि दृगे वुगेन वांचूक ने उक्त कांफ्रेंस को भारत और भूटान के बीच के संबंधों को और प्रगाढ़ करने वाला बताया।दृगे नीमा डेमा ,दृगे संगे संगतम एवं डिकी चोडेन ने भी भूटानी चिकित्सा पद्धति और भारत की पद्धति में समानता बताई।इंस्टिट्यूट ऑफ ट्रेडिशनल मेडिसिन के अधिकारी दुंदुप वांगयाल ने भी पुंन: भूटान में एक बड़े कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार करने पर जोर दिया।चिकित्सको की टीम ने भूटान में भारत की राजदूत रुचिका काम्बोज से मुलाकात कर उन्हें स्मृति चिन्ह दिया,उन्होंने भारतीय राजदूत के तत्वाधान में भूटान में फिर से एक बड़े कार्यक्रम को करने का सुझाव दिया।आईबीएमएस के प्रेजिडेंट डॉ विजय शर्मा ने वन ह्यूमन वन हेल्थ के कांसेप्ट पर पूरी दुनिया को आगे बढ़ने सहित सभी चिकित्सा पद्धतियों में समन्वय सहित आयुर्वेद की व्यापकता को विश्व्यापी बताया।कांफ्रेंस के संचालक मुम्बई के डॉ उदय कुलकर्णी ने भूटान के चिकित्सकों को विद्धग्नि (इंस्टापेन मैनेजमेंट) से रूबरू कराया।कांफ्रेंस में डॉ नवीन जोशी ने प्रतिभागियों को मर्म चिकित्सा की बारीकियां समझाईं तो डॉ प्रदीप कुमार गुप्ता एवं डॉ आरती त्रिपाठी ने वेलनेस और टूरिज़्म को बढ़ाने में आयुष पद्धतियों के वैश्विक भूमिका पर प्रकाश डाला।पंचकर्म चिकित्सक डॉ जे एन नौटियाल ने पंचकर्म विषय पर प्रायोगिक प्रस्तुतिकरण दिया।कांफ्रेंस के आयोजन सचिव नेपाल के डॉ सुमन खनाल ने भूटानी चिकित्सकों को ह्रदय से धन्यवाद देते हुए कार्यक्रम सहयोग हेतु आभार माना।उक्त सेमिनार में डॉ दिनेश जोशी,डॉ अजय चमोला,डॉ पी के गुप्ता,डॉ आरती त्रिपाठी,डॉ नीमा डेमा,डॉ जे एन नौटियाल,डॉ उगेन वांगचुक,डॉ दुंदुप वांगयल,श्री विनोद शर्मा,डॉ विजय शर्मा आदि को सम्मानित किया गया।