आयुष दर्पण

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100 साल पुराना मिला देसी घी, आज भी है एकदम ताजा – वैज्ञानिक भी हैरान!

शेखावाटी, राजस्थान के एक मठ की खुदाई में 100 साल पुराना गाय का घी मिला, जो आज भी ताजा है। आयुर्वेदिक दृष्टिकोण से यह खोज पारंपरिक संरक्षण विधियों की शक्ति को प्रमाणित करती है।
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🧂 प्राकृतिक संरक्षण का जीवंत प्रमाण

शेखावाटी क्षेत्र के एक प्राचीन मठ के पुनर्निर्माण के दौरान हुई खुदाई में लगभग 100 वर्ष पुराना गाय का घी मिला है। आश्चर्यजनक बात यह है कि यह घी आज भी पूरी तरह ताजा और उपयोग योग्य स्थिति में है। यह खोज आयुर्वेद और पारंपरिक संरक्षण विधियों की शक्ति को पुनः प्रमाणित करती है।


🧘‍♂️ मठाधीश बोले – परंपरागत विधियों से किया गया था संरक्षण

मठ के महंत ने बताया कि यह घी मठ की शिखर रचना में चूने से बंद एक मिट्टी के लोटे में सुरक्षित मिला। इसे जब खोला गया, तो उसमें से कोई दुर्गंध नहीं थी और घी की गुणवत्ता आज भी बनी हुई थी।


🔬 वैज्ञानिक परीक्षण के लिए भेजा गया नमूना

घी का सैंपल जयपुर की प्रयोगशाला में परीक्षण हेतु भेजा गया है, ताकि इसकी संरचना और संरक्षण तकनीक की पुष्टि की जा सके। यदि पुष्टि होती है, तो यह खोज प्राकृतिक संरक्षण विधियों पर और अधिक शोध का मार्ग खोल सकती है।


🌿 आयुष दृष्टिकोण से विश्लेषण

गाय का शुद्ध घी आयुर्वेद में अत्यंत औषधीय माना गया है। यह वात-पित्त-कफ संतुलन में सहायक होता है, स्मरण शक्ति व पाचन तंत्र को सुधारता है। यह खोज यह दर्शाती है कि जब शुद्धता, वातावरण और पारंपरिक विधियों का संगम होता है, तो पदार्थ सदियों तक टिकाऊ और प्रभावी रह सकते हैं।


📸 खोज स्थल की झलकियाँ:

  • लोटा जिसमें घी मिला

  • खुदाई स्थल की तस्वीर


🔗 आयुष दर्पण की विशेष रिपोर्ट
प्राकृतिक जीवनशैली की ओर एक कदम


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