बेंगलुरु में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय आयुर्वेद सम्मेलन में बेस्ट पेपर एवं बेस्ट पोस्टर अवॉर्ड की घोषणा
आयुष दर्पण फाउंडेशन ट्रस्ट एवं हिमायु केयर द्वारा कर्नाटक की राजधानी और आईटी हब बेंगलुरु में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय मर्म चिकित्सा, नाड़ी परीक्षा एवं विद्ध अग्निकर्म सम्मेलन एवं कार्यशाला में शोध प्रस्तुतियों को लेकर महत्वपूर्ण उपलब्धियों का ऐलान किया गया।
इस प्रतिष्ठित आयोजन में 100 से अधिक रिसर्च पेपर और पोस्टर सब्मिट किए गए थे, जिनमें से जूरी ने सर्वश्रेष्ठ कार्यों का चयन किया।
🏅 बेस्ट पेपर और बेस्ट पोस्टर अवॉर्ड
जूरी सदस्य —
डॉ. जयश्री, डॉ. प्रियरंजन तिवारी, डॉ. मंजुला, एवं डॉ. दीप्ति — द्वारा विचार–विमर्श के बाद सर्वश्रेष्ठ प्रस्तुतियाँ घोषित की गईं:
⭐ बेस्ट पेपर कैटेगरी
- डॉ. कार्तिका
“वरम थेरेपी फॉर ADHD: A Primary Prognosis – A Case Report”
को बेस्ट पेपर अवॉर्ड से सम्मानित किया गया।
⭐ बेस्ट पोस्टर कैटेगरी
- डॉ. प्रवीण श्री
“Effect of Siddha Varma Therapy in Hearing Loss – A Case Report”
को बेस्ट पोस्टर अवॉर्ड हेतु चयनित किया गया।
इसके अलावा, डॉ. हरीप्रशांत, डॉ. मिधून आर, और डॉ. शरयू डाके की शोध प्रस्तुतियों को भी जूरी द्वारा विशेष सराहना मिली।
🎤 विशेष सत्र एवं कीनोट स्पीच
कार्यक्रम में कई राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय वक्ताओं ने अपने शोध और अनुभव साझा किए:
🔸 प्रोफेसर के. के. पांडे (BHU, वाराणसी)
ने “New Dimension of Palliative Care and Scope of Ayurveda” पर प्रभावशाली कीनोट स्पीच दी, जिसे प्रतिभागियों ने अत्यंत उपयोगी बताया।
🔸 वैद्य हेमलता शर्मा (सिंगापुर)
ने “Role of Ayurveda in Digital Age and Relation Between Mahabhoota & Marma Concept” विषय पर गेस्ट स्पीच देकर चर्चा को नई दिशा दी।
🔸 वैद्य राजन पाटणकर (मुंबई)
ने सूक्ष्म औषधियों पर अपने गहन विचार साझा किए, जिसने सभी शोधकर्ताओं का ध्यान आकर्षित किया।
🌟 आयोजन की मुख्य विशेषताएं
- मर्म चिकित्सा, नाड़ी परीक्षा और विद्ध अग्निकर्म पर विस्तृत कार्यशालाएँ
- वरिष्ठ विशेषज्ञों एवं शोधकर्ताओं का मार्गदर्शन
- 100+ शोध कार्यों का मंच पर प्रदर्शन
- आयुर्वेद के वैश्विक दृष्टिकोण को आगे बढ़ाने का महत्वपूर्ण प्रयास
