Cerebral Atrophy का आयुर्वेदिक इलाज: देहरादून में पंचकर्म चिकित्सा से मिला अप्रत्याशित लाभ

Cerebral Atrophy का आयुर्वेदिक इलाज: देहरादून में पंचकर्म चिकित्सा से मिला अप्रत्याशित लाभ
By Ayush Darpan News® | Updated: 10 May 2025 | Location: Dehradun
देहरादून, उत्तराखंड:
राजकीय आयुर्वेदिक चिकित्सालय, माजरा (Dehradun) में एक ऐसा केस सामने आया है जिसने Cerebral Atrophy के आयुर्वेदिक इलाज की प्रभावशीलता को सिद्ध कर दिया है। 48 वर्षीय रोगी मनोज (परिवर्तित नाम), जिसे ऑल इंडिया इंस्टिट्यूट (AIIMS) के डॉक्टरों ने सेरेब्रल एट्रॉफी/सेरेबेलर एट्रोफी का मामला बताते हुए घर भेज दिया था, को आयुर्वेदिक उपचार से नई उम्मीद मिली।
17 अप्रैल 2025 को जब रोगी वैद्य डॉ. नवीन जोशी (MD Ayurveda) की ओपीडी में पहुंचे, तब उनके जबड़े की मांसपेशियाँ जकड़ी हुई थीं, वह बोल नहीं पा रहे थे और संतुलन की समस्या थी। परिवार पूरी तरह निराश था।
डॉ. जोशी के निर्देशन में रोगी को विशेष Panchakarma Treatment दिया गया, जिसमें शामिल थे:
- क्षीरबलातेल नस्य
- शिरोधारा (Shirodhara)
- मात्रा बस्ती (Matra Basti)
- मर्म चिकित्सा (Marma Therapy)
- विद्द अग्निकर्म
यह उपचार 20 अप्रैल 2025 से प्रारंभ हुआ और 6 मई तथा 10 मई को हुए फॉलोअप में चमत्कारी सुधार देखने को मिला। रोगी की आवाज़ लौट आई, जबड़ा खुल गया और शरीर का संतुलन भी सामान्य हो गया।
Team-Based Ayurvedic Success:
डॉ. नवीन जोशी ने इस सफलता का श्रेय अपनी समर्पित टीम — डॉ मनीषा अग्रवाल,डॉ. विजय, डॉ. अमन, डॉ. आकांक्षा और डॉ. मयंक एवं फार्मेसी अधिकारी सीमा भण्डारी — को दिया, जिन्होंने लगातार फॉलोअप कर रोगी को ट्रैक किया।
उनका कहना है कि यदि युवा आयुर्वेदाचार्य पारंपरिक चिकित्सा पद्धतियों को गहराई से अपनाएं और प्रयोग करें, तो आयुर्वेद में असाधारण परिणाम संभव हैं।
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वीडियो देखें:
इस केस का वीडियो टेस्टिमोनियल देखने के लिए नीचे दिए लिंक पर क्लिक करें:
https://youtCeerreeG-ivi8?si=st4CZ2501UVEuZJs