“सर्प मुद्रा से पाएं कमर दर्द और तनाव से राहत: जानिए भुजंगासन के वैज्ञानिक लाभ”

🐍 भुजंगासन: सर्प मुद्रा से पाएँ पीठ और मन को शक्ति
क्या है भुजंगासन?
भुजंगासन, जिसे Cobra Pose भी कहा जाता है, एक प्रभावशाली योग मुद्रा है जो शरीर को सर्प की तरह उभारती है। यह मुद्रा न केवल रीढ़ की मजबूती बढ़ाती है, बल्कि तनाव और थकान को भी दूर करती है।
भुजंगासन कैसे करें?
- पेट के बल सीधे लेट जाएँ।
- हथेलियाँ कंधों के पास ज़मीन पर रखें।
- श्वास भरते हुए सिर, छाती और पेट के ऊपरी भाग को उठाएँ।
- नाभि तक का हिस्सा ज़मीन से जुड़ा रहे।
- गर्दन को पीछे झुका कर ऊपर देखें।
- 15-30 सेकंड इसी स्थिति में रहें, फिर धीरे-धीरे प्रारंभिक अवस्था में लौट आएँ।
⌛ सुझाव: प्रतिदिन 3 से 5 बार अभ्यास करें।
भुजंगासन के जबरदस्त फायदे
✅ रीढ़ की हड्डी को मजबूत और लचीला बनाता है
✅ पीठ दर्द में राहत देता है
✅ फेफड़ों की क्षमता और ऑक्सीजन स्तर को बढ़ाता है
✅ पाचन तंत्र को उत्तेजित करता है
✅ तनाव, चिंता और थकान को कम करता है
ध्यान रखें
⚠️ अगर आपको पेट की सर्जरी, हर्निया, स्लिप डिस्क, या गर्भावस्था है, तो इस आसन से बचें या विशेषज्ञ की सलाह लें।
योग के साथ जुड़ें, जीवन को सहज बनाएं
भुजंगासन सिर्फ एक योग मुद्रा नहीं, बल्कि एक जीवनशैली का हिस्सा है। यह शरीर और मन के बीच संतुलन बनाने में मदद करता है। रोज़ाना कुछ मिनट का अभ्यास आपको ऊर्जा, स्फूर्ति और मानसिक शांति प्रदान कर सकता है।
🧘♀️ “योग ही जीवन है” — आयुष दर्पण
लेख: आयुष दर्पण ब्लॉग टीम