भारत को मिला पहला अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को दूसरे आयुर्वेद दिवस के मौके पर देश के पहले अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान का उद्घाटन किया। दिल्ली के सरित विहार इलाके में 157 करोड़ रुपए की लगात से बने इस संस्थान का उद्घाटन करते हुए पीएम मोदी ने कहा कि ऐसा संस्थान हर जिले के अंदर होना चाहिए। आपको बता दें कि इस संस्थान का निर्माण एम्स की तर्ज पर किया गया है और ये देश का पहला आयुर्वेद संस्थान है।
पीएम मोदी का संबोधन-
– पीएम मोदी ने समारोह में पहुंचे लोगों को संबोधित करते हुए सबसे पहले तो दिवाली की शुभकामनाएं दी। पीएम मोदी ने कहा कि कोई भी देश विकास के लिए कितनी भी कोशिश कर ले, लेकिन अपने इतिहास को कभी नहीं भूलता और जो लोग अपनी विरासत को छोड़ आगे बढ़ते हैं, उनकी पहचान खत्म हो जाती है।
– इस दौरान पीएम मोदी ने प्राचीन पद्धति आयुर्वेद के चिकित्सकों और शिक्षकों को बड़े चुटीले अंदाज में नसीहत दी| उन्होंने कहा कि जब तक उनका भरोसा आयुर्वेद पद्धति पर नही होगा, तब तक रोगियों को विश्वास दिलाना कठिन होगा| इतना ही नही आयुर्वेद को भी इसका नुकसान होगा| प्रधानमंत्री ने बचपन मे सुने एक चुटकुले को दोहराते हुए कहा कि अगर एक रेस्तरां का मालिक स्यवं दूसरे रेस्तरां में लंच करेगा तो उसके रेस्तरां में कोई क्यो आएगा|
– मोदी ने कहा कि अगर आयुर्वेद का कोई चिकित्सक बीमार होने पर एलोपैथ चिकित्सक के यहाँ कतार में खड़ा होगा तो फिर अन्य रोगी उसके पास इलाज के लिए क्यों आएंगे, उन्होंने समारोह में आए छात्रों और शिक्षको से पूछा कि क्या वे आयुर्वेद पर शत प्रतिशत भरोसा रखते है, जब तक वे ऐसा नही करेंगे तब तक यह पद्धति उन्नति नही करेगी|
देर आए दरुस्त आए
great input by Hon’ble PM,
DOCTOR NEEDS TO DO AS PER THE ADVISE TO TREAT PATIENTS
Thanks a lot
Thanks