डॉ. नवीन चंद्र जोशी को आयुर्वेदिक फार्मुलेशन पर मिला पेटेंट, आयुर्वेद चिकित्सा में नया कीर्तिमान

उत्तराखंड के प्रसिद्ध आयुर्वेदाचार्य डॉ. नवीन चंद्र जोशी को उनकी आयुर्वेदिक शोध और नवाचार के लिए एक बड़ी सफलता मिली है। भारत सरकार के पेटेंट कार्यालय द्वारा “ANT AND MOSQUITO REPELLENT COMPOSITION AND PROCESS OF PREPARATION THEREOF” शीर्षक से उनके अनुसंधान कार्य को पेटेंट (Patent No. 544935) प्रदान किया गया है।
यह पेटेंट 15 जुलाई 2025 को फाइल किया गया और 18 जुलाई 2025 को आधिकारिक रूप से स्वीकृत हुआ। इस नवाचार का उद्देश्य प्राकृतिक, रासायन-मुक्त और पारंपरिक विधियों से तैयार एक ऐसा उत्पाद बनाना है जो चींटियों और मच्छरों को प्रभावी रूप से दूर रख सके। विशेष बात यह है कि यह योग संपूर्ण रूप से प्राकृतिक अवयवों पर आधारित है और इसका निर्माण आयुर्वेद सिद्धांतों के अनुरूप किया गया है।
डॉ. जोशी ने बताया कि यह फार्मुलेशन विशेष रूप से गो-उत्पादों (Cow-based Ingredients) और जड़ी-बूटियों के उपयोग से निर्मित किया गया है, जिससे यह न केवल प्रभावी है, बल्कि पर्यावरण के लिए भी पूरी तरह सुरक्षित है।
यह उपलब्धि न केवल आयुर्वेद जगत के लिए एक गौरव का विषय है, बल्कि पारंपरिक चिकित्सा पद्धतियों के वैज्ञानिक मूल्यांकन और मान्यता की दिशा में एक ठोस कदम भी है।
👉 इस आविष्कार से जुड़ा पेटेंट भारत सरकार के वाणिज्य एवं उद्योग मंत्रालय, डिज़ाइन्स और ट्रेड मार्क्स के नियंत्रक कार्यालय, द्वारा जारी किया गया है।
🔬 यह उपलब्धि आयुर्वेदिक विज्ञान, प्राकृतिक चिकित्सा और अनुसंधान जगत में एक प्रेरणास्पद मील का पत्थर मानी जा रही है।