विटामिन डी-हृदय रोग से बचाव
 
        हृदय रोग से बचाव में विटामिन डी की उच्च खुराक मददगार साबित हो सकती है। नए शोध में पाया गया है कि विटामिन डी की कमी से जूझ रहे मोटापे से पीड़ित वयस्कों को इसकी उच्च खुराक देने से धमनी की कठोरता में कमी लाई जा सकती है। यह हृदय रोग की बड़ी वजह मानी जाती है। हृदय रोग मौत की प्रमुख वजह है। इससे 2015 में दुनियाभर में 1.77 करोड़ लोगों की मौत हो गई थी। 1अमेरिका की अगस्ता यूनिवर्सिटी के हृदय रोग विशेषज्ञ यानबिन डोंग ने कहा कि धमनी की दीवारों का कड़ा होना और विटामिन डी की कमी का हृदय रोग में योगदान हो सकता है। नतीजों से जाहिर हुआ है कि चार माह तक विटामिन डी की 4,000 इंटरनेशनल यूनिट (आइयू) की उच्च खुराक देने से धमनी के कड़ेपन में 10.4 फीसद तक की कमी लाई जा सकती है। फिलहाल वयस्कों और बच्चों को रोजाना 600 आइयू की खुराक देने की सलाह दी जाती है। -आइएएनएस1डायबिटीज को नियंत्रित करेगी नई विधि: वैज्ञानिकों ने डायबिटीज को नियंत्रित करने के लिए एक नई विधि विकसित की है। मकड़ी के जाल से प्रेरित इस विधि की मदद से टाइप-1 डायबिटीज को प्रभावी तरीके से नियंत्रित किया जा सकता है। शोधकर्ताओं के मुताबिक टाइप-1 डायबिटीज पीड़ितों को रोजाना इंसुलिन की सुई लगवानी पड़ती है। इस बीमारी में शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली (इम्यून सिस्टम) इंसुलिन बनाने वाले पैंक्रिटिक सेल क्लस्टर (आइलेट) को ध्वस्त कर देती है। फिलहाल इसका कोई इलाज नहीं है। अमेरिका की कार्नेल यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने ऐसे रोगी में सैकड़ों आइलेट सेल्स प्रत्यारोपित करने की एक सरल विधि विकसित की है। इनकी उपयोगिता समाप्त होने पर इन्हें आसानी से हटाया भी जा सकता है। इस प्रत्यारोपण में मामूली लेप्रोस्कोपिक सर्जरी की जरूरत पड़ेगी। यह इंसुलिन थेरेपी का एक विकल्प हो सकता है लेकिन इसके लिए लंबे समय तक प्रतिरक्षा रोधी दवा लेने की जरूरत पड़ेगी। -प्रेट्र।हृदय रोग से बचाव में विटामिन डी की उच्च खुराक मददगार साबित हो सकती है। नए शोध में पाया गया है कि विटामिन डी की कमी से जूझ रहे मोटापे से पीड़ित वयस्कों को इसकी उच्च खुराक देने से धमनी की कठोरता में कमी लाई जा सकती है। यह हृदय रोग की बड़ी वजह मानी जाती है। हृदय रोग मौत की प्रमुख वजह है। इससे 2015 में दुनियाभर में 1.77 करोड़ लोगों की मौत हो गई थी। 1अमेरिका की अगस्ता यूनिवर्सिटी के हृदय रोग विशेषज्ञ यानबिन डोंग ने कहा कि धमनी की दीवारों का कड़ा होना और विटामिन डी की कमी का हृदय रोग में योगदान हो सकता है। नतीजों से जाहिर हुआ है कि चार माह तक विटामिन डी की 4,000 इंटरनेशनल यूनिट (आइयू) की उच्च खुराक देने से धमनी के कड़ेपन में 10.4 फीसद तक की कमी लाई जा सकती है। फिलहाल वयस्कों और बच्चों को रोजाना 600 आइयू की खुराक देने की सलाह दी जाती है।

 
                        







 
                 
                 
                