जानें क्यों न दें अपने बच्चों को फास्ट फूड!

जंक फूड या फास्ट फूड नाम के अनुसार ही तेजी से बनाये और खाये जा सकने वाले आहार के रूप में जाना जाता है मूलतः ये विदेशी आहार हैं जो आयुर्वेद के अनुसार जठराग्नि को मन्द कर देते हैं।जठराग्नि के मन्द होने के कारण पाचन ठीक से नही हो पाता फलस्वरू प शरीर मे टॉक्सिन्स बनते हैं।आजकल बच्चो में जंक या फास्ट फूड लेने की आदतें मोटापा तथा अन्य हार्मोनल समस्याओं के रूप में सामने आ रही है।महिलाओं में पीसीओडी की समस्या के पीछे भी कारण जंक फूड ही हैफास्ट फूड में चर्बी केलोरिज एवं कोलेस्टेरोल की मात्रा अधिक होती है जो आगे जाकर मधुमेह एवं ह्रदय से सबंधित समस्याओ को पैदा करता है।
साइंस डेली विज्ञान पत्रिका के अनुसार लंबे समय तक लिया गया फास्ट फूड एडिक्शन के लिये जिम्मेदार होता है जिससे व्यक्ति इसे लिये बग़ैर रह नही सकता। फास्ट फूड को अधिक लेने से धमनियों में खून के थक्के बनने की संभावना बढ़ जाती है जो कालांतर में हृदय आघात का कारण बन सकती है
फास्ट फूड में आवश्यक पोषक तत्वों की कमी के कारण ये मानसिक दौर्बल्य भी उत्पन्न करते क्योंकि किसी भी फास्ट फूड में फाइबर की मात्रा बहुत कम होती है, जिसका सीधा असर आपकी पाचन क्रिया पर पड़ता है और शरीर का मेटाबोलिज्म बिगड़ जाता है। फास्ट फूड से आपका पेट तो भर जाता है लेकिन प्रोटीन, कार्बोहाईड्रेट और विटामिन जैसे जरूरी पोषक तत्व आपके शरीर को नहीं मिल पाते।
फास्ट फूड के सेवन से मोटापा तेजी से बढ़ता है जिसके कारण आपको डायबिटीज और दिल से जुड़ी बीमारी होने का खतरा बना रहता है। फास्टफूड में शुगर की मात्रा अधिक और पोषक तत्व की कमी होने के कारण यह आपको सुस्त बनाता है।
आपको दिन भर थकावट महसूस होगी और आप आलस का शिकार हो जाएंगे। कोलेस्ट्रोल बढ़ाने में भी फास्टफूड आग में घी का काम करता है। कोलेस्ट्रोल बढ़ने की स्थिति में आपको दिल का दौरा भी पड़ सकता है।