पाचन शक्ति को मजबूत करता है फाइबर युक्त भोजन
1 min readआजकी भागदौड़ भरी जीवनशैली में न तो खाने का समय है न ही अच्छी नींद लेने का ,अक्सर तनाव के कारण पाचन शक्ति की एक समस्या आज आम हो चली है जिसे इरेटबल बाउल सिंड्रोम कहते हैं। यह एक ऐसी स्थिति है जिसमे आंतो में सूजन आ जाती है तथा आंत की गति कभी धीमी या कभी तेज हो जाती है।आंतो की सेहत को ठीक रखने के लिये पेट का साफ होना अतिआवश्यक है।इरेटबल बाउल सिंड्रोम से पीड़ित व्यक्ति अक्सर अपनी विभिन्न जांचे कराता रहता है एवं जांच रिपोर्ट अक्सर नार्मल आती है।ऐसे में वह परेशानी के कारण एक चिकित्सक से दूसरे चिकित्सक के पास भटकता रहता है।
कैसे पहचानें इरेटबल बाउल सिंड्रोम को
-अक्सर पेट मे ऐंठन बना रहना
-बार-बार मल त्याग करने की प्रवृत्ति ,एक बार मे पेट साफ न होना
-मल के साथ म्यूकस (आंव) का आना
-कभी डायरिया कभी कब्ज हो जाना
-पेट मे गेस बनना,पेट फूलना
-अचानक वजन कम हो जाना
-मल के साथ रक्त आने की दशा में चिकित्सक से अवश्य मिलें।
क्या करें?
-कुटज चूर्ण,बिल्व चूर्ण को बराबर मात्रा में 1 से 2 चम्मच की मात्रा में लेना लाभकारी होता है।
-इसबगोल की भूसी ,हरितकी चूर्ण बराबर मात्रा में रात को गुनगुने पानी से 1चम्मच लेना फायदेमंद है।
-खाने में अमरूद ,पपीता ,बेल की गुदी एवं अनार पेट की सेहत के लिये फायदेमंद हैं।
-सुबह उठकर एक ग्लास गुनगुने पानी का सेवन करें।
क्या न करें
-फ़ास्ट फ़ूड के सेवन से बचें
-भोजन तसल्ली से चबा कर करें।
-योग का नियमित अभ्यास करें
-अधिक मिर्च मसालेदार भोजन को लेने से बचें।
-भोजन हमेशा ताजा और गरमगरम ही लें तथा आधा पके एवं भुने मांस को लेने से बचें
-पानी का हमेशा ख्याल रखें क्योंकि आंत्रशोथ की अधिकाँश समस्याओं का मूल कारण पानी से आया हुआ संक्रमण होता है।
👌👌🌹🙏🙏 nice