आयुष दर्पण

स्वास्थ्य पत्रिका ayushdarpan.com

“WHO सेंटर से डिजिटल आयुष तक: वैद्य कोटेचा का प्रभावशाली नेतृत्व बरकरार”

पद्म श्री वैद्य राजेश कोटेचा जी का आयुष मंत्रालय के सचिव के रूप में कार्यकाल एक वर्ष के लिए बढ़ा दिया गया है। उनके नेतृत्व में आयुष क्षेत्र में WHO ग्लोबल सेंटर फॉर ट्रेडिशनल मेडिसिन की स्थापना, वैश्विक स्तर पर आयुष पीठों का विस्तार, डिजिटल आयुष को बढ़ावा और अनुसंधान को प्रोत्साहन जैसे अनेक ऐतिहासिक कदम उठाए गए हैं। यह विस्तार पारंपरिक चिकित्सा को वैश्विक मंच पर सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
Facebooktwitterredditpinterestlinkedinmail

पद्मश्री वैद्य राजेश कोटेचा का कार्यकाल एक वर्ष के लिए बढ़ाया गया
आयुष मंत्रालय में नेतृत्व का अनुभव फिर एक बार मार्गदर्शन करेगा परंपरागत चिकित्सा पथ को

नई दिल्ली – आयुष मंत्रालय से एक महत्वपूर्ण और उत्साहजनक समाचार सामने आया है। पद्म श्री सम्मानित वैद्य राजेश कोटेचा जी का सचिव के रूप में कार्यकाल एक वर्ष के लिए और बढ़ा दिया गया है। यह निर्णय भारत की पारंपरिक चिकित्सा प्रणालियों को वैश्विक मंच पर सशक्त बनाने की दिशा में एक निर्णायक कदम के रूप में देखा जा रहा है।

गुजरात आयुर्वेद विश्वविद्यालय, जामनगर के पूर्व कुलपति रह चुके वैद्य कोटेचा 2017 में आयुष मंत्रालय से जुड़े थे और तब से लेकर अब तक आयुष क्षेत्र में कई क्रांतिकारी पहलें की हैं। उनके नेतृत्व में आयुष ने न केवल राष्ट्रीय स्तर पर बल्कि अंतरराष्ट्रीय मंच पर भी अपनी विशेष पहचान बनाई है।

उनके कार्यकाल की कुछ प्रमुख उपलब्धियाँ इस प्रकार हैं:

  • WHO ग्लोबल सेंटर फॉर ट्रेडिशनल मेडिसिन (GCTM) की स्थापना जामनगर, भारत में — यह केंद्र वैश्विक स्तर पर पारंपरिक चिकित्सा के अनुसंधान, साक्ष्य आधारित चिकित्सा और डिजिटल स्वास्थ्य अनुप्रयोगों के एकीकरण के लिए एक ऐतिहासिक पहल है।

  • वैश्विक विश्वविद्यालयों में आयुष पीठों (Ayush Chairs) की स्थापना — विश्वभर के प्रतिष्ठित संस्थानों में स्थापित इन पीठों के माध्यम से आयुष प्रणालियों के शैक्षणिक और अनुसंधान सहयोग को बढ़ावा दिया गया है।

  • आयुष को वैश्विक स्तर पर पहुँचाना — भारत की पारंपरिक चिकित्सा पद्धतियों को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाना और वैश्विक साझेदारियों को सुदृढ़ करना।

  • वैज्ञानिक अनुसंधान को प्रोत्साहन — आयुष पद्धतियों को वैज्ञानिक साक्ष्यों के माध्यम से प्रमाणित करने के प्रयास।

  • डिजिटल आयुष की अवधारणा — प्रौद्योगिकी के माध्यम से आयुष सेवाओं को अधिक सुलभ और प्रभावी बनाना।

  • राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रमों में सहयोग — आयुष के माध्यम से सार्वजनिक स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत बनाना।

  • आयुष उद्योग का सशक्तिकरण — देश और विदेश में आयुष उत्पादों और सेवाओं की मांग में उल्लेखनीय वृद्धि।

वैद्य कोटेचा की दूरदृष्टि और समर्पण ने आयुष को एक नई ऊँचाई प्रदान की है। उनके इस विस्तारित कार्यकाल पर आयुष दर्पण परिवार की ओर से हार्दिक बधाई और भविष्य के लिए शुभकामनाएँ। आशा है कि उनका मार्गदर्शन भारत और विश्व में समग्र स्वास्थ्य के क्षेत्र में नये आयाम स्थापित करेगा।


About The Author

Facebooktwitterrssyoutube
Facebooktwitterredditpinterestlinkedinmail

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

©2025 AyushDarpan.Com | All Rights Reserved.