अश्वगंधा है नींद लाने की प्राकृतिक औषधि :एक नया शोध

आयुर्वेद के मनीषी अश्वगंधा का प्रयोग मष्तिष्क एवं शरीर को ऊर्जा प्रदान करनेवाली वनस्पति के रूप में सदियों से जानते रहे हैं अब यही तथ्य जापान के यूनिवरसिटी आफ तोसुकाबा के भारतीय मूल के वैज्ञानिक डॉ महेश कौशिक का शोध इन्हीं बातों की पुष्टि कर रहा है Iइस शोध के अनुसार अश्वगंधा की पत्तियों के काढ़े में ट्राईएथीलीन ग्लाइकोल पाया जाता है जो नान रेपिड आई मूवमेंट (NREM) को बढ़ा देता है जबकि रेपिड आई मूवमेंट (REM)पर इसका असर कम देखा गया है।अश्वगंधा में पाये जानेवाले ट्राईईथेलीन ग्लाइकोल (TEG) द्वारा आयी नींद सामान्य नींद के जैसी ही होती है।बाजार में व्यवसायिक रुप से उपलब्ध ट्राईएथीलीन ग्लाइकोल नान रेपिड आई मूवमेंट को बढ़ाता है।यह बात शोधकर्ताओं ने भी सिद्ध कर दी है कि ट्राईएथेलीन ग्लाइकोल अश्वगंधा में मिलनेवाले तत्व है जो आपको एक अच्छी नींद लेने में मददगार सिद्ध होता है।यह शोध इनसोमनीया से जूझ रहे सैकड़ों मरीजों के लिए ट्रेंक्वालाइजर्स या अन्य सेडेटिव मेडिसिन्स का एक प्राकृतिक विकल्प साबित होगा।ध्यान रहे कि यह गुण अश्वगंधा के एल्कोहलिक एक्सट्रेक्ट में नही पाये गए हैं इनमे पायजानेवाला वीथनोलाइड्स नींद पर कोई प्रभाव नही दर्शाता है।