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कोरोना से डरना छोड़िये आयुर्वेद अपनाइए

कोरोना वायरस में विटामिन सी एवं आयुर्वेद के रसायनों की भूमिका पर प्रकाश डाल रहे हैं डॉ नवीन जोशी
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कोरोना वायरस जिसे सीवियर एक्यूट रेस्पायरेटरी इंफेक्शन (SARI) के नाम से जाना जा रहा है ने पूरी दुनिया की अर्थव्यवस्था को बुरी तरह से प्रभावित किया है।चीन के वोहान से फैला यह संक्रमण कुछ नए और रोचक तथ्यों को भी सामने ला रहा है। चीन में विटामिन सी के नॉवल कोरोना वायरस के संक्रमण पर बड़ी चर्चा हो रही है।चर्चा इस बात पर हो रही है क्या विटामिन सी कोरोना वायरस के संक्रमण से निपटने में कारगर है इस बारे में ठीक ठीक से हाँ भी नही कहा जा रहा है और विटामिन सी के प्रभाव को नकारा भी नही जा रहा है।पश्चिम के वैज्ञानिक विटामिन सी से नॉवेल कोरोना वायरस के
संक्रमण के इलाज को नकारते हैं और इसे ‘फेक न्यूज’ बताते हैं जबकि शंघाई चीन में डॉक्टरों ने विटामिन सी को नॉवल कोरोना वायरस से उत्पन्न संक्रमण के ट्रीटमेंट प्लान में जोड़ा है जिसपर क्लिनिकल ट्रायल चल रहा है।विटामिन सी को शरीर के लिये महत्वपूर्ण माना जाता है तथा सर्दी जुकाम जैसे वायरल संक्रमणों में कारगर पाया गया है।वुहान यूनिवर्सिटी के अंतर्गत आनेवाले जोंगनान हॉस्पिटल में नॉवल कोरोना वायरस के संक्रमण द्वारा उत्पन्न सीवियर एक्यूट रेस्पायरेटरी इंफेक्शन के रोगियों में विटामिन सी इंफ्यूजन पर क्लिनिकल ट्रायल किया गया है और यह पाया गया है कि इस प्रकार के रोगियों के प्रोग्नोसिस को ठीक करने में विटामिन सी का महत्वपूर्ण रोल है।विटामिन सी जिसका रासायनिक नाम एस्कोर्बिक एसिड है इसे एंटीआक्सीडेंट गुणों से युक्त माना जाता है।जब भी वायरल संक्रमण होता है सेप्सिस की स्थिति उत्पन्न होती है और ऐसी स्थिति में फेफड़ों में न्यूट्रोफिल्स के जमाव से फेफड़ो की एलवीयोलर केपलरीज नष्ट हो जाती है ।अध्ययनों में पाया गया है कि विटामिन सी इस प्रक्रिया को रोक देता है।यही नही विटामिन सी न्यूट्रोफिल्स के जमाव को रोकते हुए एलवीयोलर फ्लूइड को भी हटाता है ।यह भी पाया गया है कि विटामिन सी की कमी से वायरल इन्फ्लूएंजा के होने की संभावना बढ़ जाती है।
आज नॉवल कोरोना वायरस के संक्रमण के ट्रीटमेंट प्रोटोकाल में चीन के चिकित्सकों द्वारा विटामिन सी को शामिल करना आयुर्वेद के च्यवनप्राश एवं आमलकी रसायन के उपयोग की पुष्टि करता है।अर्थात यदि आप आयुर्वेद में वर्णित रसायन औषधियों का सेवन करेंगे तो कोरोना ,इबोला,सार्स जैसे नये नये नाम से आनेवाले विषाणुओं के संक्रमण से तो बचेंगे ही साथ ही दूसरों को भी बचाएंगे और बीमार होने पर भी ये औषधियां आपको सहारा देंगी।

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