आयुर्वेद को तकनीक से मजबूत कर रहा निरोगस्ट्रीट

निरोगस्ट्रीट की ओर से ‘इंडिया इंटरनेशनल सेंटर-दिल्ली’ में आयोजित किये गए “ओज उत्सव” में देश के 22 राज्यों से आये लगभग 400 चिकित्सकों ने हिस्सा लिया!
इस कार्यक्रम में आयुष मंत्रालय, CSIR-IIIM-TBI Jammu व Hemp Street सह-आयोजक व सहयोगी रहे!
कार्यक्रम में लाइफस्टाइल संबंधित रोग, विजया-फ्यूचर ऑफ पेन मैनेजमेंट, कैनाबिस-इंडिया स्टोरी, टेक्नोलॉजी एंड आयुर्वेद, मीडिया एवं आयुर्वेद के सत्रों को आयोजित किया गया जिनमें मिनिस्ट्री ऑफ आयुष की OSD डॉ. लीना क्षेत्री, NABH की डायरेक्टर डॉ. गायत्री महेंद्रू, फार्माकोन के CEO मि. ब्रेन विलकरसन, हेम्पस्ट्रीट के डायरेक्टर मि. अभिषेक मोहन, सी-ब्यूरो ऑफ इंडिया के साइंटिस्ट डॉ. प्रदीप दुआ, CSIR के साइंटिस्ट डॉ. सौरभ सरन, बिहार के आयुर्वेद डारेक्टर डॉ. देवेन्द प्रसाद सिंह, हरियाणा की आयुर्वेद डायरेक्टर डॉ. संगीता नेहरा, महाराष्ट्र के डारेक्टर डॉ. के. आर. कोहली, निरोगस्ट्रीट के फाउंडर राम एन कुमार व आयुर्वेद एवं मीडिया के कई दिग्गजों ने इन सत्रों में अपने विचार एवं अनुभव साझा किए!
इस कार्यक्रम में निरोगस्ट्रीट की ओर से टेक्नोलॉजी को आयुर्वेद में अधिक से अधिक प्रयोग किये जाने व इससे होने वाले लाभों के विषय में विस्तार से बताया गया जिसमें निरोगस्ट्रीट के वैद्यटूल व आयुर्वेद चिकित्सालयों के सर्टिफिकेशन से चिकित्सा में होने वाले लाभ के बारे में बताया गया, निरोगस्ट्रीट ने पिछले 2 माह में उत्तरभारत के विभिन्न राज्यों में 130 आयुर्वेद चिकित्सालयों को सर्टिफाइड किया है व 1400 से अधिक आयुर्वेद चिकित्सक वैद्यटूल का उपयोग करके अपनी चिकित्सा में आने वाली रोजमर्रा की परेशानियों से निजात पाने के साथ-साथ अपने चिकित्सालय को और अधिक विस्तार दे पा रहे हैं, निरोगस्ट्रीट का अगला लक्ष्य 2020 तक देश के 5000 आयुर्वेद चिकित्सालयों को सर्टिफाइड करना व 20000 आयुर्वेद चिकित्सक वैद्य टूल का उपयोग करें इस दिशा में तेजी से कार्य करना है।
निरोगस्ट्रीट के वैद्यटूल का अनावरण पदम विभूषण वैद्य देवेंद्र त्रिगुणा व वरिष्ठ पत्रकार राहुल देव जी के द्वारा किया गया।
कार्यक्रम में निरोगस्ट्रीट के 35 प्रमुख सहयोगियों को प्लैटिनम, गोल्ड व सिल्वर पार्टनर के रूप में सम्मानित किया गया व देश के उन चिकित्सकों को सम्मानित किया गया जिन्होंने निरोगस्ट्रीट की टेक्नोलॉजी को देश में प्रसारित किया है व आयुर्वेद में अपना विशिष्ट योगदान दिया है, ऐसे 50 चिकित्सकों को ब्रह्म, धन्वंतरि, चरक, सुश्रुत व कश्यप अवॉर्ड की श्रेणी में सम्मानित किया गया, कार्यक्रम के अन्य सभी सहयोगियों संस्थानों व कार्यक्रम में हिस्सा लेने वाले सभी चिकित्सकों को सम्मान पत्र व स्मृति चिन्ह भेंट किया गया
उत्साह बर्धक समाचार है. जानकारी के लिए धन्यवाद….
शुक्रिया,पोर्टल पर अपनी रुचि व्यक्त करने हेतु।
शुक्रिया।