उत्तराखंड में जड़ी बूटियों के उन्नयन के लिये रानीखेत में आयोजित होगा वर्कशाप

उत्तराखंड को जड़ी बूटियों जैव विविध सम्पदाओं का धनी राज्य माना जाता है ,यहां स्वाभाविक रूप से अपार जड़ी बूटियां मौजूद हैं,बस आवश्यकता इस दिशा में जमीनी रूप से कार्य करनेवाले लोगों को प्रोत्साहन देने की है ।अब आयुष विभाग अंतर्गत क्षेत्रीय सुगमता केंद्र उत्तर भारत के द्वारा इस दिशा ने नई पहल की गई है।जोगेंद्रनगर ,मंडी ,हिमाचलप्रदेश स्थित इस केंद्र के क्षेत्रीय निदेशक डॉ अरुण चन्दन के अनुसार 21 और 22 जनवरी को
उत्तराखंड के अल्मोड़ा जनपद के रानीखेत में एक कार्यशाला आयोजित होने जा रही हैं ।इस कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य उत्तराखण्ड में जड़ी बूटियों के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में ठोस पहल करना है ।इस कार्यशाला में उन सभी लोगों को आमंत्रित किया जा रहा है जो जड़ी बूटियों के कृषिकरण,व्यापार तथा अनुसंधान से जुड़े हैं ।कार्यशाला का उद्देश्य जड़ी बूटियों के क्षेत्र में कार्य कर रहे लोगों को प्रोत्साहन देना है जिससे उत्तराखण्ड ने जड़ी बूटियों के उत्पादन सहित संरक्षण की दिशा में ठोस पहल की जा सके ।डॉ अरुण चन्दन के अनुसार लिंक https://forms.gle/nnokTnukrDcxLvah7 पर जाकर जड़ी बूटी क्षेत्र से जुड़े व्यक्ति एक फार्म भर कर हमें भेजेंन ताकि हम आपको इस वर्कशाप में प्रतिभाग करने को प्रेरित कर सकें।इस कार्यक्रम में भारत सरकार ,आयुष मंत्रालय के सचिव पद्मश्री वैद्य राजेश कोटेचा सहित इस क्षेत्र के कई विशेषज्ञ शामिल होंगे।