जाने आपदाओं और खतरे से आगाह करते हैं पौधे

इंसानों की तरह पौधे भी आने वाले खतरे के प्रति आगाह करते हैं
जी हां पौधों का व्यवहार भी किसी तरह के संभावित खतरे से अन्य सभी वनस्पतियो को आगाह करने वाला होता है ।चाहे यह खतरा किसी टिड्डी दल के हमले का हो,या फिर अत्यधिक सूखे या आनेवाली बाढ़ जैसी आपदा का ही क्यों न हो।ऐसी किसी भी स्थिति के पूर्व आकलन के उपरांत पौधे भी अपने अन्य साथ के पौधों को संकेत में सूचना देते हैं। प्रतिस्ठित साल्क इंस्टीट्यूट के शोधकर्ताओं ने पौधों के इस व्यवहार का आकलन पौधों के जासमोनीक एसिड या जासमोनेट पर पौधों की प्रतिक्रिया के रूप में मापा।इस शोध अध्ययन के परिणामों को 13 मार्च 2020 में प्रकाशित नेचर प्लांट्स में प्रकाशित किया गया है।इस शोध अध्ययन में जेसमोनीक एसिड के पौधों पर विभिन्न स्तर पर प्रभावों को देखा गया।इस अध्ययन में यह जानने का प्रयास किया गया कि किस प्रकार पौधों में वातवरण से आई सूचना सहित ,विकास से सम्बन्धित सूचनाओं को किस प्रकार आगणित किया जाता है।इस शोध अध्ययन ने एक फूल श्रेणी के पौधे एरेबिडोप्सिस थेलियाना को लिया गया।यह सरसों कुल का एक पौधा है।जेसमोनीक एसिड एक ऐसा हार्मोन है जो पौधों में किसी फंगल संक्रमण या कीड़े के हमले होने पर डिफेंस रेस्पॉन्स के रूप में उत्पन्न होता है।शोधकर्ताओं ने जेसमोनीक एसिड के एक्सपोजर में रखा और इसके प्रभावों को देखा ,जैसे इसके असर से जीन्स के एक्टिवेशन और डी एक्टिवेशन को विशेष रुप से देखा तथा प्रोटीन्स के बनने या न बनने को करीब से देखा।शोधकर्ताओं ने यह पाया कि यह एक नियंत्रित सेल्युलर प्रोसेस है।
इस शोध से कई और तथ्यों को भी जानने में मदद मिलेगी जो पौधों के वातावरण के प्रति के व्यवहार के रहस्यों से पर्दा उठाएगा।