वज्रासन: पाचन, ध्यान और मानसिक स्थिरता का सरल योग उपाय
वज्रासन: पाचन, ध्यान और मानसिक स्थिरता का सरल योग उपाय
27 दिन शेष | अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2025 अभियान के अंतर्गत आज का विशेष आसन — वज्रासन

देहरादून। अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2025 की उल्टी गिनती में आज का आसन है वज्रासन, जिसे ‘वज्र’ यानी ‘बिजली’ या ‘बल’ से जोड़कर देखा जाता है। यह ध्यान, प्राणायाम और पाचन क्रिया के लिए अत्यंत लाभकारी मुद्रा है। भोजन के बाद किए जाने वाले कुछ गिने-चुने आसनों में वज्रासन प्रमुख है।
लाभ:
पाचन को सुधारता है
मानसिक तनाव और चिंता को कम करता है
मेडिटेशन और ध्यान के लिए उपयुक्त मुद्रा
कमर और पैरों की मांसपेशियों को संतुलित करता है
मोटापे और गैस की समस्या में राहत देता है
वज्रासन कैसे करें:
घुटनों के बल बैठ जाएं, एड़ियों को पीछे की ओर रखते हुए, दोनों पंजों के बीच बैठें।
पीठ और गर्दन सीधी रखें, हथेलियां घुटनों पर।
आंखें बंद करें और 5–10 मिनट तक ध्यान लगाएं।
रोज़ाना दो बार अभ्यास करें, खासकर भोजन के बाद।
विशेषज्ञों की राय:
“वज्रासन शरीर की स्थिरता और आत्मचिंतन को बढ़ावा देता है। यह योग के शुरुआती अभ्यासियों के लिए सरल लेकिन अत्यंत प्रभावशाली मुद्रा है,” डॉ नवीन जोशी एमड़ी आयुर्वेद — वरिष्ठ आयुर्वेद चिकित्सक
डॉ नवीन जोशी एक प्रख्यात आयुर्वेद विशेषज्ञ है जिन्हें आयुष दर्पण पत्रिका एवं आयुष दर्पण फाउंडेशन के संस्थापक के रूप में जाना जाता है।